Rohit Kumar
लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए ने एक तरफ आपसी सहमति से सीट शेयरिंग कर ली है. वहीं महागठबंधन में सीट शेयरिंग का मसला सुलझने के बजाय उलझता नजर आ रहा है. पहले औरंगाबाद सीट पर कांग्रेस नेताओं में नाराजगी दिखी और अब पूर्णिया लोकसभा सीट का भी यही हाल है. राजद ने आनन फानन में बीमा भारती को जदयू से अपनी पार्टी में ज्वाइन करवाया और बीमा भारती ने पूर्णिया लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर कर दी है.
इधर पप्पू यादव ने कहा कि दुनिया छोड़ना मंजूर है लेकिन पूर्णिया छोड़ना मंजूर नहीं है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और औरंगाबाद से प्रत्याशी रहे पूर्व आईपीएस निखिल कुमार ने कहा कि अगर कांग्रेस हाई कमान अपनी सहमति दे तो वे औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने को तैयार हैं. निखिल कुमार के पटना स्थित आवास पर औरंगाबाद जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रमोद सिंह के नेतृत्व में भारी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे जो राजद के एकतरफा फैसले से नाराज दिख रहे थे.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रमोद सिंह ने कहा कि अगर गठबंधन टूट भी जाए तो कोई फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि निखिल कुमार के आगे राजद प्रत्याशी का कोई तुलना ही नहीं है. बीमा भारती द्वारा पूर्णिया से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर करने से भी कांग्रेस खेमे में बेचैनी बढ़ गई है. पूर्णिया से चुनाव लड़ने को लेकर अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर देने वाले पप्पू यादव ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर कहा है कि वह दुनिया छोड़ देंग लेकिन पूर्णिया नहीं छोड़ सकते हैं.
अब ऐसे में बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है की महागठबंधन में सीट शेयरिंग किस समझौते के तहत होगा? कांग्रेस बेचैन है लेकिन राजद को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. सीट शेयरिंग को लेकर राजद- कांग्रेस के बीच चल रही तकरार से कई सवाल खड़े हो गए हैं. सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या महागठबंधन एक जुट रह पाएगा या फिर आने वाले दिनों में राजद- कांग्रेस के रिश्ते में खटास आएगी. वहीं एनडीए में सीट शेयरिंग की घोषणा हो गयी है. जेडीयू ने तो आज अपने उम्मदीवारों की भी घोषणा कर दी है.
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